अप्सरा घृताची के बारे में 10 रोचक बातें जानकर चौंक जाएंगे
शास्त्रों के अनुसार देवराज इन्द्र के स्वर्ग में कई अप्सराओं में से 11 अप्सराएं प्रमुख सेविका थीं। ये 11 अप्सराएं हैं- कृतस्थली, पुंजिकस्थला, मेनका, रम्भा, प्रम्लोचा, अनुम्लोचा, घृताची, वर्चा, उर्वशी,...
View ArticleReligion : हिन्दू मंदिर में जाने का वार गुरुवार और रविवार ही क्यों?
शिव के मंदिर में सोमवार, विष्णु के मंदिर में रविवार, हनुमान के मंदिर में मंगलवार, शनि के मंदिर में शनिवार और दुर्गा के मंदिर में बुधवार और काली व लक्ष्मी के मंदिर में शुक्रवार को जाने का उल्लेख मिलता...
View Articleरविवार : सूर्य देव कौन है देवता या ग्रह?
अक्सर मन में यह विचार आता है कि सूर्य ग्रह है या देवता। देवता है तो ग्रह कैसे हो सकता है? आओ जानते हैं कि सूर्य देव कौन हैं और कैसे हैं।
View Articleश्रीकृष्ण पर कहे गए ये अनमोल वचन आपका दिल जीत लेंगे
भगवान श्री कृष्ण हम सबको प्रिय हैं,आइए जानते हैं उन पर किसने क्या रचा है...
View Articleभोजन की शुरुआत में तीखा तथा अंत में मीठा खाने के 4 फायदे
प्राचीनकाल से ही लोग खाना खाने के बाद मीठा जरूर खाते हैं। हिन्दू शास्त्र और आयुरर्वेद में भी इसका उल्लेख मिलता है। मीठा खाने के संबंध में तो आपको पता ही होगा लेकिन बहुत कम लोग नहीं जानते होंगे कि खाने...
View Articleकाल भैरव अष्टमी : जानिए 16 रहस्य और पाएं संकटों से मुक्ति
मार्गशीर्ष में कृष्ण पक्ष की अष्टमी को काल भैरव की पूजा का प्रचलन है। इस दौरान काल भैरव के खास मंदिरों के आसपास जत्रा जैसा माहौल हो जाता है। आओ जानते हैं काल भैरव के 16 रहस्य और जानें कि किस तरह मुक्त...
View Articleभगवान श्रीकृष्ण की पत्नी मित्रविन्दा के बारे में 10 रोचक बातें
भगवान श्रीकृष्ण की आठ पत्नियां थीं। सभी से उन्होंने विशेष परिस्थिति में विवाह किया था। इन आठ पत्नियों के नाम है- यथाक्रम रुक्मणि, जाम्बवन्ती, सत्यभामा, कालिन्दी, मित्रबिन्दा, सत्या, भद्रा और लक्ष्मणा।...
View ArticleGita Jayanti 2020 Date : गीता जयंती कब है, जानिए क्यों मनाते हैं यह जयंती
गीता जयंती प्रत्येक वर्ष मार्गशीर्ष मास के शुक्लपक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। इस एकादशी को मोक्षदा एकादशी कहते हैं जो उत्पन्ना एकादशी के बाद आती है। इस बार अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार यह 25 दिसंबर...
View Articleपूजा करना चाहिए या नहीं, जानिए 15 खास बातें
प्राचीनकाल में संध्योपासना या संध्यावंदन की जाती थी। आगे चलकर यह पूजा, आरती और तरह तरह की पूजा विधियों में बदल गई। अब मोटे तौर पर कह सकते हैं कि संध्योपासना के 5 प्रकार हैं- (1) प्रार्थना, (2)...
View Articleहाथी क्यों है हिन्दू धर्म में पूज्य पशु, जानिए 5 कारण
भारतीय धर्म और संस्कृति में हाथी का बहुत ही महत्व है। हाथी को पूज्जनीय माना गया है। हाथी से जुड़े कई किस्से, कहानियां और पौराणिक कथाएं भारत में प्रचलित है। आओ जानते हैं कि हाथी क्यों है पूज्जनीय।
View Articleमहाभारत के युद्ध में इस कारण और इस तरीके से अश्वत्थामा ने छोड़ा था ब्रह्मास्त्र
महाभारत के युद्ध में द्रोण पुत्र अश्वत्थामा ने ब्रह्मास्त्र का प्रयोग करके जगत में हलचल मचा दी थी। कौरवों की ओर से लड़ रहे द्रोण, भीष्म, अश्वत्थामा और जयद्रथ को मारना तो लगभग नामुमकीन था, परंतु...
View Articleसिंधु नदी, सिंधु देश और सिंधी भाषा
भारतीय धर्म, संस्कृति और इतिहास में सिंधु नदी, सिंधु देश और सिंधि भाषा का बहुत ही महत्व है। भारत का बंटवारा हुआ तो यह सभी पाकिस्तान के हिस्से में चले गए और फिर इस क्षेत्र के प्राचीन इतिहास, भाषा और...
View ArticleMotivational Tips : कैसे और क्यों हो जाती है आपकी सोच नकारात्मक?
वर्तमानकाल में अधिकतर लोगों की सोच नकारात्मक हो चली है। इसके पीछे कई राजनीतिक, सामाजिक और रहन-सहन में परिवर्तन के कारण भी हो सकते हैं। यह भी हो सकता है कि कोई व्यक्ति बचपन से ही गलत लोगों के साथ रहा हो...
View ArticleMotivational Tips : कोरोना टाइम में महात्मा विदुर की ये 5 बातें याद रखें
कठिन समय में किस तरह हम खुद को बचा सकते हैं, इस संबंध में वेद, पुराण, रामायण और महाभारत में हमें कई अच्छी बातें पढ़ने को मिलती है। उन्हें हम अपने आचरण में अपनाकर करोनाकाल के इस दौरा से खुद को सुरक्षित...
View Articleकोरोनाकाल : विपरीत परिस्थिति में ही होती है योग्यता की परीक्षा, जानिए महाभारत...
विपरीत परिस्थिति अर्थात संकट का समय। ऐसा समय जो आपके समर्थन में नहीं है या संकटकाल है। संकट के समय ही यह सिद्ध करने का होता है कि आप योग्य हो, काबिल हो और सर्वेश्रेष्ठ हो। संकट चाहे खुद पर आया हो,...
View Articleमहाभारत में इरावन की पत्नी बने थे श्रीकृष्ण?
अर्जुन और नागकन्या उलूपी के मिलन से अर्जुन को एक वीरवार पुत्र मिला जिसका नाम इरावान रखा गया। भीष्म पर्व के 90वें अध्याय में संजय धृतराष्ट्र को इरावान का परिचय देते हुए बताते हैं कि इरावान नागराज कौरव्य...
View Articleतीन लोग ही जानते थे कर्ण का सत्य, युद्ध के अंतिम वक्त तक छिपाकर रखा
महाभारत में कुंती पुत्र कर्ण को अधिरथ और राधा ने पाला था। वह बालक गंगा में बहता हुआ एक किनारे से जा लगा। उस किनारे पर ही धृतराष्ट्र का सारथी अधिरथ अपने अश्व को जल पिला रहा था। उसकी दृष्टि मंजूषा में...
View Articleभारत का पश्चिम बंगाल : कला, संस्कृति, अध्यात्म और क्रांति की जन्मभूमि
भारतीय धर्म, कला, संस्कृति, अध्यात्म, दर्शन, तंत्र मार्ग और काला जादू की भूमि बंगाल क्रांतिकारियों की भी जन्मभूमि रही है। बंगाल के बारे में जितना कहा और लिखा जाए उतना कम है, परंतु बंगाल का विभाजित हो...
View Articleपंच कन्या कौन है, क्या है उनकी गाथा, जानिए
यूं तो भारत में हजारों ऐसी महिलाएं हुई हैं जिनकी पतिव्रता पालन की मिसाल दी जाती है, लेकिन उनमें से भी कुछ ऐसी हैं जो इतिहास का अमिट हिस्सा बन चुकी हैं। हिंदू इतिहास अनुसार इस संसार में पांच सती हुई है,...
View Articleपंच तत्व को समझें और सम्मान करें, इसी से बनी है हमारी देह...
हिन्दू धर्म के अनुसार हमारा ब्रह्मांड, धरती, जीव, जंतु, प्राणी और मनुष्य सभी का निर्माण आठ तत्वों से हुआ है। इन आठ तत्वों में से पांच तत्व को हम सभी जानते हैं। आओ जानते हैं पांच तत्व क्या है।
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