वृक्ष की पूजा और परिक्रमा करने के 10 फायदे
हिन्दू धर्म में वृक्ष की पूजा और परिक्रमा का बहुत ही महत्व माना गया है। बहुत से त्योहार तो वृक्ष से ही जुड़े हुए हैं जैसे वट सावित्री व्रत, आंवला नवमी, तुलसी पूजा, अश्वत्थोपनयन व्रत आदि कई ऐसे व्रत और...
View Articleश्रीमद्भगवद्गीता ज्ञान गंगा : निरन्तरं वर्द्धताम्- आगे बढ़ते रहो- 1
महाभारत का एक हिस्सा है श्रीमद्भगवद्गीता। इस पर हजारों लोगों ने भाष्य लिखे और इसे अपने अपने तरीके से समझाया। विश्व में सर्वाधिक लेखन गीता के ज्ञान पर ही हुआ है। गीता पर विश्वभर में अनेकों व्याख्यान,...
View Articleघर में अन्न की कभी कमी नहीं रहेगी यदि कर लिए ये 5 कार्य
घर में माता अन्नपूर्णा की कृपा बनी रहेगी तब घर में चाहे कितने ही अतिथि आए या आप कहीं भी भंडारा करें आपके अन्न में कमी नहीं आएगी और ना ही अन्न बचेगा। इसके लिए करें ये 10 महत्वपूर्ण कार्य तो माता...
View Articleहिन्दू धर्म में क्यों महत्व है लाल रंग का, जानिए 13 खास बातें
वैज्ञानिकों के अनुसार रंग तो मूलत: पांच ही होते हैं- कला, सफेद, लाल, नीला और पीला। काले और सफेद को रंग मानना हमारी मजबूरी है जबकि यह कोई रंग नहीं है। इस तरह तीन ही प्रमुख रंग बच जाते हैं- लाल, पीला और...
View Articleइन 10 शुभ प्रतीकों के बिना अधूरे हैं श्याम
भगवान श्रीकृष्ण का रूप अनोखा है। करुपदेश का राजा पौंड्रक भी श्रीकृष्ण जैसे ही रूप रखकर खुद को वह विष्णु का अवतार मानता था। आओ जानते हैं श्रीकृष्ण के शुभ प्रतीकों के बारे में।
View Articleहिन्दू धर्म की वे देवियां जो जुड़ी हैं प्रकृति से, जानिए उनके नाम
हिन्दू धर्म में प्रकृति का बहुत महत्व बताया गया है। हिन्दू धर्म के सभी त्योहार प्रकृति से ही जुड़े हुए हैं। प्रकृति से हमें फल, फूल, सब्जी, कंद-मूल, औषधियां, जड़ी-बूटी, मसाले, अनाज, जल आदि सभी प्राप्त...
View Articleप्याज को क्यों कहते हैं कृष्णावल, पता ही नहीं थी यह जानकारी
प्याज को ग्रामीण क्षेत्रों में कांदा भी कहते हैं। अंग्रेजी में इसे ओन्यन या अन्यन (onion) कहते हैं। यह कंद श्रेणी में आता है जिसकी सब्जी भी बनती है और इसे सब्जी बनने में मसालों के साथ उपयोग भी किया...
View Articleपुराण कहते हैं 10, वेद कहते हैं 64 और विज्ञान कहता है कि होते हैं 4 आयाम
आपने भौतिक और गणित विज्ञान में आयाम अर्थात डायमेंशन के बारे में पढ़ा ही होगा। स्ट्रिंग थ्योरी के अनुसार ब्रम्हांड में 10, एम थ्योरी के अनुसार 11 और बोजोनिक थ्योरी के अनुसार ब्रम्हांड में 26 आयाम होते...
View Articleपरिक्रमा या प्रदक्षिणा के 10 प्रकार, जानिए
सभी ग्रह सूर्य की परिक्रमा कर रहे हैं और सभी ग्रहों को साथ लेकर यह सूर्य महासूर्य की परिक्रमा कर रहा है। संपूर्ण ब्रह्माण में चक्र और परिक्रमा का बड़ा महत्व है। भारतीय धर्मों (हिन्दू, जैन, बौद्ध आदि)...
View Articleप्याज क्यों है वर्जित, क्यों नहीं खाना चाहिए?
प्राचीनकाल से ही प्याज और लहसुन को खाने की मनाई की गई है, परंतु ऐसा क्यों और किसे प्याज या लहसुन खाना चाहिए और किसे नहीं यह जानना भी जरूरी है। इतनी महत्वपूर्ण चीज को आखिर क्यों खाने के लिए मना किया गया...
View Articleहनुमानजी को जब वानर द्वीत बना लेता है बंधक
पौंड्र नगरी का राजा पौंड्रक नकली श्रीकृष्ण बनकर खुद को वासुदेव कहता था। पौंड्रक को उसके मूर्ख और चापलूस मित्रों ने यह बताया कि असल में वही परमात्मा वासुदेव और वही विष्णु का अवतार है, मथुरा का राजा...
View Articleतुंगविद्या की वीणा की धुन पर नाचते थे श्रीकृष्ण
पौराणिक ग्रंथों के अनुसार श्रीजी राधारानी की 8 सखियां थीं। अष्टसखियों के नाम हैं- 1. ललिता, 2. विशाखा, 3. चित्रा, 4. इंदुलेखा, 5. चंपकलता, 6. रंगदेवी, 7. तुंगविद्या और 8. सुदेवी। राधारानी की इन आठ...
View Articleवाद्य यंत्र वीणा के बारे में 10 रोचक तथ्य
सभी ने वीणा को देखा होगा। वीणा एक ऐसा वाद्य यंत्र है जिसका प्रयोग शास्त्रीय संगीत में किया जाता है। वीणा से ही कई तरह से इसी प्रकार के दूसरे वाद्य यंत्र विकसित हुए हैं। आओ जानते हैं वीणा के बारे में 10...
View Articleमाया सभ्यता का क्या है भारत से संबंध, जानिए रहस्य
भारतीय संस्कृति व सभ्यता विश्व की प्राचीनतम संस्कृतियों में से एक है। मध्यप्रदेश के भीमबेटका में पाए गए 25 हजार वर्ष पुराने शैलचित्र, नर्मदा घाटी में की गई खुदाई तथा मेहरगढ़ के अलावा कुछ अन्य नृवंशीय...
View Articleपूजाघर में रखी गरुड़ घंटी के 10 राज, होंगे 5 फायदे
मंदिर के द्वार पर और विशेष स्थानों पर घंटी या घंटे लगाने का प्रचलन प्राचीन काल से ही रहा है। मंदिर या घर के पूजाघर में आपने देखा होगा गरुड़ घंटी को। आओ जानते हैं इस घंटी के 10 राज और पूजाघर में रखने के...
View Articleइन 5 रंगों का होता है पूजा में सबसे ज्यादा उपयोग, जानिए इनका महत्व
रंगों का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। हिन्दू धर्म में पूजा के दौरान यूं तो 3 रंगों का खास महत्व है परंतु अन्य 2 रंगों का भी उपयोग होता है। इस तरह पंचरंगी पूजा होती है। आओ जानते हैं इन 5 रंगों का महत्व।
View Articleकर्दम ऋषि की 9 कन्याओं के जन्म की कथा, श्रीविष्णु ने भी लिया था पुत्र रूप में...
पुराणों अनुसार ब्रह्मा जी के मानस पुत्र:- मन से मारिचि, नेत्र से अत्रि, मुख से अंगिरस, कान से पुलस्त्य, नाभि से पुलह, हाथ से कृतु, त्वचा से भृगु, प्राण से वशिष्ठ, अंगुष्ठ से दक्ष, छाया से कंदर्भ, गोद...
View Articleवेदों की 10 बातें जीवन में बहुत काम आएंगी
हिन्दू धर्म का एकमात्र धर्मग्रंथ है वेद। वेद के चार भाग है- ऋग, यजु, साम और अथर्व। वेदों का सार है उपनिषद और उपनिषदों का सार है गीता। महाभारत, रामायण, पुराण, स्मृति ग्रंथ और सूत्र ग्रंथ को धर्मग्रंथ...
View Article18 पुराणों की 20 बातें life बदल देंगी आपकी
पुराण शब्द 'पुरा' एवं 'अण शब्दों की संधि से बना है। पुरा का अथ है- 'पुराना' अथवा 'प्राचीन' और अण का अर्थ होता है कहना या बतलाना। पुराण का शाब्दिक अर्थ है- प्राचीन आख्यान या पुरानी कथा। पुराणों में दर्ज...
View Articleश्री राम गीता क्या है, जानिए 6 रहस्य
महाभारत में श्रीमद्भागवत गीता के अलावा अनु गीता, हंस गीता, पराशर गीता, बोध्य गीता, विचरव्नु गीता, हारीत गीता, काम गीता, पिंगला गीता, वृत्र गीता, शंपाक गीता, उद्धव गीता, मंकि गीता, व्याध गीता जैसी अनेक...
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