श्रीकृष्ण के सखा मधुमंगल, जिसके लिए बने माखनचोर
भगवान श्रीकृष्ण के कई बाल सखा थे। जैसे मधुमंगल, सुबाहु, सुबल, भद्र, सुभद्र, मणिभद्र, भोज, तोककृष्ण, वरूथप, श्रीदामा, सुदामा, मधुकंड, विशाल, रसाल, मकरन्द, सदानन्द, चन्द्रहास, बकुल, शारद और बुद्धिप्रकाश...
View ArticleAshta Lakshmi : विजयलक्ष्मी से मिलती धन क्षेत्र में विजय
लक्ष्मीजी 8 अवतार बताए गए हैं:- महालक्ष्मी, जो वैकुंठ में निवास करती हैं। स्वर्गलक्ष्मी, जो स्वर्ग में निवास करती हैं। राधाजी, जो गोलोक में निवास करती हैं। दक्षिणा, जो यज्ञ में निवास करती हैं।...
View Articleगुह्य काली कौन हैं और क्या है उनका मंत्र, जानिए
माता कालिका के अनेक रूप हैं जिनमें से प्रमुख है- 1.दक्षिणा काली, 2.शमशान काली, 3.मातृ काली और 4.महाकाली। इसके अलावा श्यामा काली, गुह्य काली, अष्ट काली और भद्रकाली आदि अनेक रूप भी है। सभी रूपों की अलग...
View Articleहम्पी डम्पी के विध्वंस की कहानी, जानिए
विजयनगर साम्राज्य (लगभग 1350 ई. से 1565 ई.) की स्थापना राजा हरिहर ने की थी। 'विजयनगर' का अर्थ होता है 'जीत का शहर'। मध्ययुग के इस शक्तिशाली हिन्दू साम्राज्य की स्थापना के बाद से ही इस पर लगातार आक्रमण...
View Articleवेद और पुराणों में क्या लिखा है महामारी से बचने को लेकर, 10 काम की बातें
वैदिक काल या पौराणिक भारत में भी समय-समय पर महामारी या संक्रमण का प्रकोप बना रहता था। इसी के चलते समाज में छुआछूत का प्रचलन भी बढ़ा। वर्तमान की अपेक्षा प्राचीनकाल में चिकित्सा सुविधाएं इतनी नहीं थी।...
View Articleश्रीमद्भगवद्गीता ज्ञान गंगा : निरन्तरं वर्द्धताम्- आगे बढ़ते रहो- 1
महाभारत का एक हिस्सा है श्रीमद्भगवद्गीता। इस पर हजारों लोगों ने भाष्य लिखे और इसे अपने अपने तरीके से समझाया। विश्व में सर्वाधिक लेखन गीता के ज्ञान पर ही हुआ है। गीता पर विश्वभर में अनेकों व्याख्यान,...
View Articleघर में अन्न की कभी कमी नहीं रहेगी यदि कर लिए ये 5 कार्य
घर में माता अन्नपूर्णा की कृपा बनी रहेगी तब घर में चाहे कितने ही अतिथि आए या आप कहीं भी भंडारा करें आपके अन्न में कमी नहीं आएगी और ना ही अन्न बचेगा। इसके लिए करें ये 10 महत्वपूर्ण कार्य तो माता...
View Articleहिन्दू धर्म में क्यों महत्व है लाल रंग का, जानिए 13 खास बातें
वैज्ञानिकों के अनुसार रंग तो मूलत: पांच ही होते हैं- कला, सफेद, लाल, नीला और पीला। काले और सफेद को रंग मानना हमारी मजबूरी है जबकि यह कोई रंग नहीं है। इस तरह तीन ही प्रमुख रंग बच जाते हैं- लाल, पीला और...
View Articleइन 10 शुभ प्रतीकों के बिना अधूरे हैं श्याम
भगवान श्रीकृष्ण का रूप अनोखा है। करुपदेश का राजा पौंड्रक भी श्रीकृष्ण जैसे ही रूप रखकर खुद को वह विष्णु का अवतार मानता था। आओ जानते हैं श्रीकृष्ण के शुभ प्रतीकों के बारे में।
View Articleवृक्ष की पूजा और परिक्रमा करने के 10 फायदे
हिन्दू धर्म में वृक्ष की पूजा और परिक्रमा का बहुत ही महत्व माना गया है। बहुत से त्योहार तो वृक्ष से ही जुड़े हुए हैं जैसे वट सावित्री व्रत, आंवला नवमी, तुलसी पूजा, अश्वत्थोपनयन व्रत आदि कई ऐसे व्रत और...
View Articleहिन्दू धर्म की वे देवियां जो जुड़ी हैं प्रकृति से, जानिए उनके नाम
हिन्दू धर्म में प्रकृति का बहुत महत्व बताया गया है। हिन्दू धर्म के सभी त्योहार प्रकृति से ही जुड़े हुए हैं। प्रकृति से हमें फल, फूल, सब्जी, कंद-मूल, औषधियां, जड़ी-बूटी, मसाले, अनाज, जल आदि सभी प्राप्त...
View Articleपुराण कहते हैं 10, वेद कहते हैं 64 और विज्ञान कहता है कि होते हैं 4 आयाम
आपने भौतिक और गणित विज्ञान में आयाम अर्थात डायमेंशन के बारे में पढ़ा ही होगा। स्ट्रिंग थ्योरी के अनुसार ब्रम्हांड में 10, एम थ्योरी के अनुसार 11 और बोजोनिक थ्योरी के अनुसार ब्रम्हांड में 26 आयाम होते...
View Articleपरिक्रमा या प्रदक्षिणा के 10 प्रकार, जानिए
सभी ग्रह सूर्य की परिक्रमा कर रहे हैं और सभी ग्रहों को साथ लेकर यह सूर्य महासूर्य की परिक्रमा कर रहा है। संपूर्ण ब्रह्माण में चक्र और परिक्रमा का बड़ा महत्व है। भारतीय धर्मों (हिन्दू, जैन, बौद्ध आदि)...
View Articleकुल देवी या देवता को 4 उपाय से मनाएं और संकटों से मुक्ति पाएं
भारत में कई समाज या जाति के कुलदेवी और देवता होते हैं। भारतीय लोग हजारों वर्षों से अपने कुलदेवी और देवता की पूजा करते आ रहे हैं। हालांकि आजकल अधिकतर परिवार ने अपाने कुलदेवी और कुल देवताओं को पूजना या...
View Articleहनुमानजी को जब वानर द्वीत बना लेता है बंधक
पौंड्र नगरी का राजा पौंड्रक नकली श्रीकृष्ण बनकर खुद को वासुदेव कहता था। पौंड्रक को उसके मूर्ख और चापलूस मित्रों ने यह बताया कि असल में वही परमात्मा वासुदेव और वही विष्णु का अवतार है, मथुरा का राजा...
View Articleतुंगविद्या की वीणा की धुन पर नाचते थे श्रीकृष्ण
पौराणिक ग्रंथों के अनुसार श्रीजी राधारानी की 8 सखियां थीं। अष्टसखियों के नाम हैं- 1. ललिता, 2. विशाखा, 3. चित्रा, 4. इंदुलेखा, 5. चंपकलता, 6. रंगदेवी, 7. तुंगविद्या और 8. सुदेवी। राधारानी की इन आठ...
View Articleवाद्य यंत्र वीणा के बारे में 10 रोचक तथ्य
सभी ने वीणा को देखा होगा। वीणा एक ऐसा वाद्य यंत्र है जिसका प्रयोग शास्त्रीय संगीत में किया जाता है। वीणा से ही कई तरह से इसी प्रकार के दूसरे वाद्य यंत्र विकसित हुए हैं। आओ जानते हैं वीणा के बारे में 10...
View Articleमाया सभ्यता का क्या है भारत से संबंध, जानिए रहस्य
भारतीय संस्कृति व सभ्यता विश्व की प्राचीनतम संस्कृतियों में से एक है। मध्यप्रदेश के भीमबेटका में पाए गए 25 हजार वर्ष पुराने शैलचित्र, नर्मदा घाटी में की गई खुदाई तथा मेहरगढ़ के अलावा कुछ अन्य नृवंशीय...
View Articleपूजाघर में रखी गरुड़ घंटी के 10 राज, होंगे 5 फायदे
मंदिर के द्वार पर और विशेष स्थानों पर घंटी या घंटे लगाने का प्रचलन प्राचीन काल से ही रहा है। मंदिर या घर के पूजाघर में आपने देखा होगा गरुड़ घंटी को। आओ जानते हैं इस घंटी के 10 राज और पूजाघर में रखने के...
View Articleकर्दम ऋषि की 9 कन्याओं के जन्म की कथा, श्रीविष्णु ने भी लिया था पुत्र रूप में...
पुराणों अनुसार ब्रह्मा जी के मानस पुत्र:- मन से मारिचि, नेत्र से अत्रि, मुख से अंगिरस, कान से पुलस्त्य, नाभि से पुलह, हाथ से कृतु, त्वचा से भृगु, प्राण से वशिष्ठ, अंगुष्ठ से दक्ष, छाया से कंदर्भ, गोद...
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