भारतीय पौराणिक इतिहास के पांच 'पितृभक्त पुत्र'
पिता और पुत्र के संबंध कैसे हों और पुत्र के प्रति पिता की जिम्मेदारी एवं पुत्र के मन में पितृ ऋण चुकता करने का ज्ञान यह सभी पुराणों में अच्छे से उदारहरण सहित समझाया गया है।
View Articleकुरुक्षेत्र में ही महाभारत का युद्ध क्यों हुआ?
महाभारत को महापुराण नहीं कहते हैं। इसे पंचम वेद का दर्जा मिला हुआ है और यह भारत का इतिहास ग्रंथ है। कुरुक्षेत्र युद्ध कौरवों और पाण्डवों के मध्य कुरु साम्राज्य के सिंहासन की प्राप्ति के लिए लड़ा गया था।
View Articleक्या पार्वती ही है माता दुर्गा, जानिए रहस्य...
यदि आप देवी के भक्त हैं तो आपको यह लेख जरूर अंत तक पढ़ना चाहिए क्योंकि इससे आपके भ्रम का समाधान होगा। तब आप जान सकेंगे कि आप किस देवी की पूजा कर रहे हैं।
View Article'वर्ण व्यवस्था' को मानना चाहिए या नहीं?
हिन्दू समाज पर वर्तमान में कलंक की तरह नजर आती है जातिवादी व्यवस्था। इसको पिछले 70 वर्षों में जितना बढ़ाया और चमकाया गया उतना गुलामी के काल में भी शायद नहीं किया गया होगा। हालांकि अंग्रेजों ने...
View Articleक्या बुद्ध हिन्दुओं के अवतार हैं?
ओशो रजनीश ने भगवान बुद्ध पर दुनिया के सबसे सुंदर प्रवचन दिए हैं। इस प्रवचन माला का नाम है- 'एस धम्मो सनंतनो'। इसका अर्थ होता है यही है 'सनातन धर्म'। लाखों देशी और विदेशी लोग हैं, जो बौद्ध नहीं है लेकिन...
View Articleमनुवाद क्या है और क्या है मनुस्मृति?
मनु कहते हैं- जन्मना जायते शूद्र: कर्मणा द्विज उच्यते। अर्थात जन्म से सभी शूद्र होते हैं और कर्म से ही वे ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र बनते हैं। वर्तमान दौर में ‘मनुवाद’ शब्द को नकारात्मक अर्थों...
View Articleप्राचीन काल की अलौकिक जातियों का रहस्य जानिए....
वर्तमान में वर्ण (रंग) को भी जाति ही समझा जाता है। किताबों में या डिक्शनरी में जाति शब्द को कई अन्य शब्दों से संयुक्त करके दर्शाया जाता है जिसके चलते समाज में भ्रम की स्थिति है। आजकल जाति कहने से...
View Articleचमत्कारिक 64 योगिनियों के बारे में जानिए
64 योगिनियों के भारत में चार प्रमुख मंदिर है। दो ओडिशा में तथा दो मध्यप्रदेश में। मध्यप्रदेश में एक मुरैना जिले के थाना थाना रिठौराकलां में ग्राम पंचायत मितावली में है। इसे 'इकंतेश्वर महादेव मंदिर' के...
View Articleहिन्दू देवता 'भैरवनाथ' का रहस्य जानिए...
हिन्दू धर्म के दो मार्ग दक्षिण और वाम मार्ग में भैरव की उपासना वाममार्गी करते हैं। भैरव का अर्थ होता है जिसका रव अर्थात् शब्द भीषण हो और जो जो देखने में भयंकर हो। इसके अलावा घोर विनाश करने वाला...
View Articleमनु स्मृति कितना पुराना ग्रंथ है, जानिए एक सचाई...
टिप्पणी : कुछ लोग बगैर किसी आधार के मानते हैं कि कोई दो हजार साल पहले ब्राह्मणों ने 'मनुस्मृति' की रचना उस वक्त की जब देश से ब्राह्मणों और ब्राह्मणवादी विचारों का वर्चस्व खत्म हो रहा था। ऐसे में...
View Articleरहस्यमय पौराणिक पारलौकिक समूह को जानिए...
वेद और महाभारत पढ़ने पर हमें पता चलता है कि आदिकाल में प्रमुख रूप से ऐसे रहस्यमयी और पारलौकिक समूह थे जो मानव की हर तरह की इच्छापूर्ण करने में सक्षम हैं। आज भी इनका आह्वान करने कर ये मानव की मदद करते...
View Articleहिन्दू धर्म : जानिए कितनी हैं स्मृतियां
वेद ही एकमात्र हिन्दुओं के धर्मग्रंथ हैं। वेदों का सार उपनिषद और उपनिषदों का सार गीता है। महाभारत को पंचमवेद माना गया है। वाल्मिकी रामायण, वेदव्यास कृत महाभारत और 18 पुराणों को इतिहास ग्रंथों की...
View Articleक्या आज भी मिल सकता है अमृत?
अमर कौन नहीं होना चाहता? समुद्र मंथन में अमृत निकला। इसे प्राप्त करने के लिए देवताओं ने दानवों के साथ छल किया। देवता अमर हो गए। मतलब कि क्या समुद्र में ऐसा कुछ है कि उसमें से अमृत निकले? तो आज भी निकल...
View Articleकिस देवता का रंग कौन-सा जानिए रहस्य...
धरती पर पहले शुद्ध रूप से चार वर्णों के लोग रहते थे। प्राचीनकाल में श्वेत, रक्त, पीत और कृष्ण रंग के मनुष्यों की ही संख्या अधिक रही है और आज भी है। इन्हें ही गौर, लाल, पीला (गेहुआ) और काला कहा गया।...
View Articleक्या है मनुवाद और ब्राह्मणवाद...
भारतीय राजनीति में सेक्युलरवादियों ने जिन दो शब्दों का सर्वाधिक उपयोग या दुरुपयोग किया वह है 'मनुवाद और ब्राह्मणवाद।' इन शब्दों के माध्यम से हिन्दुओं में विभाजन करके दलितों के वोट कबाड़े जा सकते हैं या...
View Articleकितने हैं सूत्र ग्रंथ...
वेदांग-युगान्तर में वैदिक अध्ययन के लिए छः विधाओं की शाखाओं का जन्म हुआ जिन्हें ‘वेदांग’ कहते हैं। वेदांग का शाब्दिक अर्थ है वेदों का अंग, तथापि इस साहित्य के पौरूषेय होने के कारण श्रुति साहित्य से...
View Articleमहासंग्राम 'दाशराज्ञ युद्ध' का रहस्य जानिए
हम यहां संपूर्ण जानकारी लेकर आए हैं। आप जरूर पढ़े क्योंकि इससे पता चलेगा की भारत का प्रारंभिक इतिहास और यहां की प्रारंभिक जातियां कौन-सी थी। अधिकतर हिन्दू और मुसलमान या अन्य धर्म, जाति, प्रांत के लोग...
View Articleहनुमानजी के 11 ऐसे रहस्य जिन्हें पढ़कर चौंक जाएंगे आप
आज हम हनुमानजी के बारे में आपको कुछ नई बातें बताएंगे। संभवत: आपने यह बातें कभी कहीं नहीं पढ़ी होगी। नीचे जो लिंक दी गई है उसके लेखों से भिन्न यह जानकारी आपको जरूर आश्चर्य में डाल देगी।
View Articleहनुमानजी के 10 रहस्य जानकर आप रह जाएंगे हैरान...
हनुमानजी इस कलियुग के अंत तक अपने शरीर में ही रहेंगे। वे आज भी धरती पर विचरण करते हैं। वे कहां रहते हैं, कब-कब कहां-कहां प्रकट होते हैं और उनके दर्शन कैसे और किस तरह किए जा सकते हैं हम यह आपको बताएं...
View Articleयहां पर है रामायणकालीन 'पाताल लोक'
प्राचीन हिंदू धर्म ग्रंथों की पौराणिक कथाओं में एक पाताल लोक का जिक्र बार-बार मिलता है, लेकिन सवाल उठता था कि क्या पाताल लोक पूरी तरह से काल्पनिक है या इसका को अस्तित्व भी है? रामायण की कथा के मुताबिक...
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