क्या महानदी की सभ्यता सिंधु सभ्यता से भी प्राचीन है?
मानव सभ्यता का उद्भव और संस्कृति का प्रारंभिक विकास नदी के किनारे ही हुआ है। छत्तीसगढ़ और उड़ीसा की सबसे बड़ी नदी महानदी का प्राचीन नाम चित्रोत्पला था। इसके अलावा इसे महानंदा और नीलोत्पला के नाम से भी...
View Articleभारत की सबसे बड़ी नदी ब्रह्मपुत्र की सभ्यता और संस्कृति पर शोध क्यों नहीं?
इतिहास और विज्ञान पर शोध के मामले में भारत सबसे पीछे हैं। वह इस पर ज्यादा खर्च नहीं करता है। हिमालय से निकलने वाली नदियों में सिंधु, सरस्वती और गंगा के बाद ब्रह्मपुत्र का नंबर आता है। यह पूर्वोत्तर...
View Articleइस सुरंग से पाताल लोक गए थे हनुमान जी?
नेशनल जियोग्राफिक के अनुसार, हाल ही में वैज्ञानिकों के एक समूह ( जिसका नेतृत्व कोलोराडो स्टेट यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर क्रिस्टोफर फिशर कर रहे थे।) ने एक ऐसी प्राचीन रहस्यमय शहर( सियुदाद ब्लांका आज का...
View Articleआजाद भारत के महान दार्शनिक और संत
1850 से 1960 के बीच भारत में सैंकड़ों महान आत्माओं का जन्म हुआ। राजनीति, धर्म, विज्ञान और सामाजिक क्षेत्र के अलावा अन्य सभी क्षेत्र में भारत ने इस काल खंड में जो ज्ञान पैदा किया उसकी गूंज अभी भी दुनिया...
View Articleमूषक कैसे बना भगवान श्री गणेशजी का वाहन?
शिवपुत्र गणेशजी का वाहन है मूषक। हालांकि गणेश पुराण अनुसार हर युग में गणेशजी का वाहन बदलता रहता है। सतयुग में गणेशजी का वाहन सिंह है। त्रेता युग में गणेशजी का वाहन मयूर है, द्वापर में
View Articleमाता पार्वती के बाघ की कथा जानिए...
माता पार्वती का वानह बाघ है तो मां दुर्गा का वहन शेर। माता दुर्गा को शेरावाली कहा जाता है। बाघ तो माता पार्वती का वाहन है। बाघ अदम्य साहस, आक्रामकता और शौर्यता का प्रतीक है। यह तीनों विशेषताएं मां...
View Articleक्या रामायण काल में भी होते थे मोबाइल?
आपको यह सुनकर संभवत: विश्वास न हो लेकिन इस पर विचार किए जाने में कोई बुराई नहीं है। दरअसल, भारत के लोगों ने दूसरों के कहने पर अपने इतिहास को मिथक ही मान लिया है। उस पर कभी वृहत्तर रूप में शोध नहीं...
View Articleऐतिहासिक पंपा सरोवर झील के बारे में जानकर रह जाएंगे हैरान
सरोवर का अर्थ तालाब, कुंड या ताल नहीं होता। सरोवर को आप झील कह सकते हैं। भारत में सैकड़ों झीलें हैं। जैसे कैलाश मानसरोवर, पुष्कर झील, नारायण सरोवर, बिंदु सरोवर, जयपुर और उदयपुर की झीले, कश्मीर की डल...
View Articleहिन्दू धर्मानुसार ऐसी बनावट है ब्रह्मांड की और इस तरह घिरा हुआ है यह
वोदों के अनुसार अनुसार यह ब्रह्मांड अंडाकार है। इस ब्रह्मांड का ठोस तत्व जल या बर्फ और उसके बादलों से घिरा हुआ है। जल से भी दस गुना ज्यादा यह अग्नि तत्व से घिरा हुआ और इससे भी दस गुना ज्यादा यह वायु से...
View Articleभारत के 10 रहस्यमयी संत
आधुनिक भारत में संत को कई हुए जैसे महर्षि अरविंद, एनी बेसेंट, महर्षि महेश योगी, दादा लेखराज, मां अमृतामयी, सत्य सांई बाबा, स्वामी शिवानंद, श्रीराम शर्मा आचार्य, स्वामी रामतीर्थ, स्वामी कुवलयानंद, मेहर...
View Articleबाबाओं के चमचे, कर रहे धर्म और देश का सत्यानाश...
हिन्दू संत बनना बहुत कठिन है, क्योंकि संत संप्रदाय में दीक्षित होने के लिए कई तरह के ध्यान, तप और योग की क्रियाओं से व्यक्ति को गुजरना होता है तब ही उसे शैव, शाक्त या वैष्णव साधु-संत मत में प्रवेश...
View Articleकिस मनु का अवतार कब हुआ...
हिन्दू धर्म में अब तक 14 ऐसे महापुरुष हुए हैं जिन्होंने वैदिक धर्म की पुर्नस्थापना की, समाज को नए सिरे से गठित कर उसे सभ्यता के नए दौर में पहुंचाया और साथ ही उन्होंने कृषि, श्रम, न्याय और हर तरह के...
View Articleइंद्रदेव के पुत्र कौन थे जानिए...
प्रत्येक मन्वंतर में एक इंद्र हुए हैं जिनके नाम इस प्रकार हैं- यज्न, विपस्चित, शीबि, विधु, मनोजव, पुरंदर, दैत्यराज बाली, अद्भुत, शांति, विश, रितुधाम, देवास्पति और सुचि। हम जिस इन्द्र की बात कर रहे हैं...
View Articleभगवान श्री गणेश के पुत्रों के नाम जानकर चौंक जाएंगे आप
भारतीय धर्म और संस्कृति में भगवान गणेशजी सर्वप्रथम पूजनीय और प्रार्थनीय हैं। उनकी पूजा के बगैर कोई भी मंगल कार्य शुरू नहीं होता। कोई उनकी पूजा के बगैर कार्य शुरू कर देता है तो किसी न किसी प्रकार के...
View Articleविवस्वान अर्थात सूर्य के पुत्रों के नाम जानिए...
सूर्य के पुत्र वैवस्वत मनु, शनि, यम, कालिन्दी, कुंति पुत्र कर्ण आदि थे। विवस्वान से ही सूर्यवंश चला। अदिति के प्रथम पुत्र विवस्वान् को सूर्यदेव (प्रत्यक्ष सूर्य नहीं) भी कहा जाता था। ब्रह्माजी के पुत्र...
View Articleएक रहस्यमयी देवता हैं वेदों के मित्र और वरुण देव
मकर पर विराजमान मित्र और वरुण देव दोनों भाई हैं और यह जल जगत के देवता है। उनकी गणना देवों और दैत्यों दोनों में की जाती है। भागवत पुराण के अनुसार वरुण और मित्र को कश्यप ऋषि की पत्नीं अदिति की क्रमशः...
View Articleक्या सिर पर चोटी या शिखा रखना खतरनाक हो सकता है?
हिन्दू धर्म में प्राचीनकाल से ही पांच संप्रदायों का प्रचलन रहा है:- शैव, वैष्णव, शक्त, वैदिक और स्मार्त। सभी संप्रदाय के अलग-अलग नियम और संस्कार होते हैं लेकिन सभी में दो तरह के विभाजन भी होते हैं,...
View Articleघर में रखें कितनी मूर्तियां और यदि कुंडली में ये है तो न रखें वर्ना पछताएंगे
घर में मूर्तियां रखनी चाहिए या नहीं, रखें तो कितनी रखें और कितनी बढ़ी मूर्तियां रखें इस संबंध में हिन्दू धर्म और ज्योतिष शास्त्रों विस्तार से उल्लेख मिलता है। यहां प्रस्तुत से संक्षिप्त जानकारी।
View Article14 वर्ष के वनवास में श्रीराम प्रमुख रूप से 17 जगह रुके, देखिए यात्रा का नक्शा...
प्रभु श्रीराम को 14 वर्ष का वनवास हुआ। इस वनवास काल में श्रीराम ने कई ऋषि-मुनियों से शिक्षा और विद्या ग्रहण की, तपस्या की और भारत के आदिवासी, वनवासी और तमाम तरह के भारतीय समाज को संगठित कर उन्हें धर्म...
View Articleधरती का क्रम विकास और विनाश का काल...
पुराण और वेद अनुसार धरती की उत्पत्ति, विकास और विनाश के बारे में स्पष्ट रूप से लिखा हुआ मिलता है। धरती सूर्य का एक अंश है। मंगल और चंद्र धरती का अंश है और उसी तरह अन्य ग्रह की स्थिति है। एक महातारा के...
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