30 मुहूर्तों के नाम, कौन से मुहूर्त में क्या करें, जानिए
मुहूर्त को लेकर मुहूर्त मार्तण्ड, मुहूर्त गणपति, मुहूर्त चिंतामणि, मुहूर्त पारिजात, धर्म सिंधु, निर्णय सिंधु आदि शास्त्र हैं। इसमें मुहूर्त के बारे में विस्तार से बताया गया है। दिन और रात को मिलाकर कुल...
View Articleकुल कितनी हैं अप्सराएं, जानिए
पौराणिक शास्त्रों के अनुसार अप्सरा देवलोक में रहने वाली अनुपम, अति सुंदर, अनेक कलाओं में दक्ष, तेजस्वी और अलौकिक दिव्य स्त्री है। शास्त्रों में उल्लेख मिलता है कि देवी, परी, अप्सरा, यक्षिणी, इन्द्राणी...
View Articleइन शुभ योग में करें कोई भी कार्य, होगा लाभ और मिलेगी सफलता
हिन्दू पंचांग में मुख्य 5 बातों का ध्यान रखा जाता है। इन पांचों के आधार पर ही कैलेंडर विकसित होता है। ये 5 बातें हैं- 1. तिथि, 2. वार, 3. नक्षत्र, 4. योग और 5. करण। आज हम बात करते हैं योग की।
View Article9 घातक योग, न करें मंगल कार्य वर्ना जिंदगीभर पछताएंगे
हिन्दू पंचांग में मुख्य 5 बातों का ध्यान रखा जाता है। इन पांचों के आधार पर ही कैलेंडर विकसित होता है। ये 5 बातें हैं- 1.तिथि, 2.वार, 3. नक्षत्र, 4. योग और 5. करण। आज हम बात करते हैं योग की।
View Articleमंदोदरी के दो पति थे, कथा जानकर चौंक जाएंगे
रावण ने दिति के पुत्र मय की कन्या मन्दोदरी से विवाह किया, जो हेमा नामक अप्सरा के गर्भ से उत्पन्न हुई थी। विरोचनकुमार बलि की पुत्री वज्रज्वला से कुम्भकर्ण का और गन्धर्वराज महात्मा शैलूष की कन्या सरमा से...
View Article10 पॉइंट में जानें हिन्दू धर्म को
हिन्दू धर्म, दर्शन, इतिहास और योग को यूं तो 10 पॉइंट में नहीं समेटा जा सकता लेकिन मोटे तौर पर आप इन 10 पॉइंट में ही बहुत कुछ जान सकते हैं।
View Articleजनेऊ पहनने के 9 लाभ
हिन्दू समाज के हर वर्ग और स्त्रियों को जनेऊ धारण करना चाहिए। लोग जनेऊ धारण इसलिए नहीं करते क्योंकि फिर उन्हें उसके नियमों का पालनकर सादगीपूर्ण जीवन यापन करना होता है। हम यहां जनेऊ पहनने के आपको 9 लाभ...
View Articleजनेऊ कान में ही क्यों लपेटते हैं, जानिए
मल-मूत्र विसर्जन के पूर्व जनेऊ को कानों पर कस कर दो बार लपेटना पड़ता है। मान्यता है कि इससे कान के पीछे की दो नसें...
View Articleकहीं आपका पुत्र आपके पिछले जन्म का शत्रु तो नहीं?
शास्त्रों अनुसार हमारे जितने भी सगे-संबंधी हैं वे सभी किसी न किसी कारण ही हमारे सगे-संबंधी बने हैं। कुछ भी अकारण या संयोग से नहीं होता है। संयोग भी किसी कारणवश ही होता है। कार्य और कारण की इस श्रृंखला...
View Articleरामायण-महाभारत : किसने किससे लिया अगले जन्म में बदला, जानिए
रामायण और महाभारत में भारत का प्रचीन इतिहास दर्ज है। प्राचीन काल में भारत धर्म, दर्शन और रहस्य के शीखर पर था। उस काल में उस काल में वह सबकुछ था जिस पर आज का आधुनिक मानव शोध कर रहा है और ...
View Articleभीष्म ने किए थे ये 4 घोर पाप, इसलिए मारे गए
भीष्म ने ऐसे कई अपराध किए, जो किसी भी तरह से धर्म द्वारा उचित नहीं थे इसलिए कहा जाता है कि वे अधर्म के साथ होने के कारण आदर्श चरित्र नहीं...
View Articleब्रह्माजी का अपनी पुत्री से विवाह का असली सच
ब्रह्माजी का अपनी पुत्री से विवाह का असली सच क्या है यह आज भी शोध का विषय है। इस पर विचार किए जाने की जरूरत है। कालांतर में ब्रह्मा को हाशिए पर धकेल दिए जाने के कई कारणों में से एक है सावित्री का शाप...
View Articleक्यों प्रचलन में आया पत्नी का पतिव्रता होना, जानिए
वे ऋषि मरते वक्त पांडु को शाप देते हैं कि तुम भी मेरी तरह मरोगे, जब तुम मैथुनरत रहोगे। इस शाप के भय से पांडु अपना राज्य अपने भाई धृतराष्ट्र को सौंपकर अपनी पत्नियों कुंती और माद्री के साथ जंगल चले जाते...
View Articleनेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर का इतिहास और पौराणिक मान्यता
विश्व में दो पशुपतिनाथ मंदिर प्रसिद्ध है एक नेपाल के काठमांडू का और दूसरा भारत के मंदसौर का। दोनों ही मंदिर में मुर्तियां समान आकृति वाली है। नेपाल का मंदिर बागमती नदी के किनारे काठमांडू में स्थित है...
View Articleद्रौपदी के पांच पतियों से कितने पुत्र जन्मे, जानिए
द्रौपदी ने पांच पांडवों से विवाह किया था। समय-समय पर वह पांचों पतियों के साथ रमण करती थी। जानिए द्रौपदी के पुत्र और पांडवों के अन्य पुत्र एवं पत्नियों के नाम।
View Articleकर्ण से इस तरह बचाया अर्जुन को, वर्ना मारा जाता
महाभारत के युद्ध में कर्ण और अश्वत्थामा दो महाशक्तिशाली योद्धा थे यदि इन दोनों के साथ छल न किया गया होता तो महाभारत का युद्ध कौरव कभी का जीत चुके होते। कहते हैं कि यदि...
View Articleकेदारनाथ से रामेश्वरम तक के ये 7 शिवमंदिर एक ही सीध में क्यों?
बहुत कम लोगों को यह पता होगा कि केदारनाथ से रामेश्वरम तक के अधिकतर और प्रमुख शिव मंदिर लगभग एक ही समानांतर रेखा पर स्थित है। केदारनाथ और रामेश्वरम के बीच लगभग...
View Articleआपका पुत्र कैसा और कौन है, जानिए
शास्त्रों में चार तरह के पुत्र बताए गए हैं:- ऋणानुबन्ध पुत्र, शत्रु पुत्र, उदासीन पुत्र, और सेवक पुत्र। आओ जानते हैं कि उक्त चार तरह के पुत्र कैसे होते हैं। यह चार तरह का वर्णन पढ़कर आप भी जान सकते...
View Articleकृष्ण के पुत्र ने जब किया दुर्योधन की पुत्री से प्रेम तो मच गया कोहराम
महाभारत में ऐसे कई किस्से हैं जो जनमानस में प्रचलित नहीं है। हो सकता है कि आप इनको जानकर आश्चर्य करें। महाभारत भारत का ऐसा इतिहास है जिसमें वह सबकुछ है जो सोचा जा सकता है।
View Articleकंस मामा की 10 खास बातें जानेंगे तो चौंक जाएंगे
भगवान श्रीकृष्ण के मामा का नाम था कंस। यह कंस न तो राक्षस, न ही असुर और न ही दावव था। सभी जानते हैं कि कंस के बारे में यह भविष्यवाणी कही गई थी कि उनकी बहन देवका एक पुत्र ही उसे मारेगा। बस इसी...
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