जब हुआ महाभारत के युद्ध में जोर का धमाका, कोहराम मच गया
पुत्रों की हत्या से दुखी द्रौपदी विलाप करने लगी। अर्जुन ने जब यह भयंकर दृश्य देखा तो उसका भी दिल दहल गया। उसने अश्वत्थामा के सिर को काटने की प्रतिज्ञा ली। अर्जुन की प्रतिज्ञा सुनकर अश्वत्थामा वहां से...
View Articleदशनाम गोस्वामी समाज
ब्राह्मणों द्वारा पूजित दशनाम गोस्वामी समाज के प्रमुख संस्थापक आदि शंकराचार्य थे। यह धर्मरक्षकों का संप्रदाय है। इसमें महामंडलेश्वर आचार्य एवं महंत होते हैं। दशनाम संप्रदाय को प्रमुख दश नामों से जाना...
View Articleराज्याभिषेक के बाद युधिष्ठिर ने पांडवों सहित सभी को सौंपे यह कार्य
पांडवों ने महाभारत का युद्ध जीत लिया था लेकिन यह जीत उनको उतनी खुशी नहीं दे पाई क्योंकि इस युद्ध में द्रौपदी सहित उनकी अन्य पत्नियों के पुत्र भी मारे गए थे। बचा था तो बस अर्जुन के पुत्र अभिमन्यु का एक...
View Articleयदि यहां रुके एक माह तो 2 वर्ष 6 माह की जिंदगी खत्म?
धरती का केंद्र कैलाश पर्वत दुनिया और वैज्ञानिकों के लिए अभी भी रहस्य और आश्चर्य का केंद्र बना हुआ है। यहां पहुंचने वालों ने जब अपने अनुभव दुनिया से साझा किए तो किसी को भी विश्वास नहीं हुआ। कोई कहता है...
View Articleऐसे हैं यमलोक के यमराज
* विधाता लिखता है, चित्रगुप्त बांचता है, यमदूत पकड़कर लाते हैं और यमराज दंड देते हैं। मृत्य का समय ही नहीं, स्थान भी निश्चित है। दस दिशाओं में से एक दक्षिण दिशा में यमराजजी बैठे हैं। यमराजजी कौन है...
View Articleश्राद्ध पक्ष में कैसे पहुंचता है पितरों को भोजन
* पुराणों के अनुसार यमलोक को मृत्युलोक के ऊपर दक्षिण में 86,000 योजन दूरी पर माना गया है। एक लाख योजन में फैले यमपुरी या पितृलोक का उल्लेख गरूड़ पुराण और कठोपनिषद में मिलता है।
View Articleकुलदेवी और देवताओं के बारे में चौंकाने वाली जानकारी
भारत में कई समाज या जाति के कुलदेवी और देवता होते हैं। इसके अलावा पितृदेव भी होते हैं। भारतीय लोग हजारों वर्षों से अपने कुलदेवी और देवता की पूजा करते आ रहे हैं। कुलदेवी और देवता को पूजने के पीछे एक...
View Articleशरीर छोड़ने के बाद आत्मा कहां पहुंच जाती है, जानिए रहस्य
वेद, स्मृति और पुराणों अनुसार आत्मा की गति और उसके किसी लोक में पहुंचना का वर्णन अलग-अलग मिलता है। हम हां पौराणिक मत को जानेंगे लेकिन पहले संक्षिप्त में वैदिक मत भी जान लें जो कि गति के संदर्भ में है।
View Articleकौन हैं हमारे दिव्य पितर, जानिए रहस्य
धर्मशास्त्रों के अनुसार पितरों का निवास चंद्रमा के उर्ध्वभाग में माना गया है। ये आत्माएं मृत्यु के बाद 1 से लेकर 100 वर्ष तक मृत्यु और पुनर्जन्म की मध्य की स्थिति में रहती हैं। पितृलोक के श्रेष्ठ...
View Articleयमराज की मृत्यु का रहस्य जानकर चौंक जाएंगे आप
वेद कहते हैं कि जो भी जन्मा है, चाहे वह मिट्टी का रूप मनुष्य हो, प्रकाशरूप देवता हो या अग्नि रूप में ब्रह्मराक्षस हो- सभी को मरना है। यह अलग बात है कि कोई 100 वर्ष में मरकर दूसरा जन्म ले लेता है और कोई...
View Articleएकलव्य का वध किसने किया
महाभारत में एकलव्य की कथा तो सभी जानते ही होंगे। हालांकि इस कथा के संबंध में लोगों के बीच बहुत भ्रांतियां फैलाई गई है। अब हम आपको बताते हैं कि एकलव्य का वध किसने और कैसे किया था।
View Articleक्या आपको पता है हिन्दू धर्म के प्रमुख संप्रदाय
हिंदू धर्म की सभी विचारधारा या संप्रदाय वेद से निकले हैं। वेदों में ईश्वर, परमेश्वर या ब्रह्म को ही सर्वोच्च शक्ति माना गया है। सदाशिव, दुर्गा, ब्रह्मा, विष्णु, महेश, सरस्वती, लक्ष्मी, पार्वती, गणेश,...
View Articleकैसे दिखते थे भगवान श्रीकृष्ण? जानिए रहस्य...
भगवान श्रीकृष्ण की शारीरिक संवरचना कैसी थी? वे कैसे दिखते थे? यह सवाल शोध का विषय हो सकता है। लेकिन फिर भी हमने पुराणों की छानबिन करके यहां उनकी शारीरिक बनावट का का संक्षिप्त वर्णन किया है।
View Articleसुबह के समय ही क्यों पढ़ें धर्मग्रंथ, जानिए वैज्ञानिक कारण...
प्रत्येक धर्म में धर्मग्रंथों का अत्यधिक महत्व होता है, और पवित्रता एवं सम्मान की दृष्टि से इन्हें पढ़ने के लिए समय और तरीका भी उतना ही महत्व रखता है। लेकिन धर्मग्रंथों को पढ़ने के लिए सुबह और शाम का...
View Articleभगवान श्रीकृष्ण के उन भाइयों के नाम जिन्हें जेल में ही कंस ने मार दिया था, जानिए
यदुवंश में शूरसेन नाम के एक पराक्रमी क्षत्रिय हुए। उनकी पत्नी का नाम मारिषा था। उनके दस पुत्र हुए। वसुदेवजी उनके सबसे श्रेष्ठ पुत्र थे। इनका विवाह देवक की सात कन्याओं से हुआ। वसुदेवजी की पौरवी, रोहिणी,...
View Articleक्या प्राचीन भारत में विवाह के बाद संबंध बनाना अपराध था?
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट की प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने व्यभिचार के लिए दंड का प्रावधान करने वाली धारा को सर्वसम्मति से असंवैधानिक घोषित कर दिया गया है।
View Articleनवदुर्गा के इन रहस्यों को शर्तिया आप नहीं जानते होंगे
देवियों में त्रिदेवी, नवदुर्गा, दशमहाविद्या और चौसठ योगिनियों का समूह है। हिन्दू धर्म में सैंकड़ों देवियां हैं। उनमें से कुछ प्रजापतियों की पुत्रियां हैं, तो कुछ स्यंभू हैं और कुछ अन्य किसी देवता की...
View Articleसबरीमाला मंदिर का पौराणिक इतिहास, अयप्पा स्वामी के दर्शन के लिए पार करनी पड़ती...
भारत के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है विश्व प्रसिद्ध सबरीमाला का मंदिर। यहां हर दिन लाखों लोग दर्शन करने के लिए आते हैं। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर लगा...
View Articleदेवी अम्बिका माता को इसलिए कहा जाता है दुर्गा
आदि शक्ति मां जगदम्बे का ही रूप है देवी दुर्गा। सामान्यतः देवी दुर्गा दो रूपों में जानी जाती हैं, एक में वे दस भुजा वाली तथा दूसरे में अष्ट भुजा रूप में हैं। देवी का वाहन सिंह या बाघ हैं तथा असुर या...
View Articleक्या सिंधु घाटी के शहर थे महाभारत काल में प्राचीन सिंधु देश के हिस्से?
आर्यभट्ट के अनुसार महाभारत काल का युद्ध 3137 ईसा पूर्व में हुआ था। लगभग इसी काल में सिंधुघाटी की सभ्यता अपने चरम पर थी। पहले की खुदाई और शोध के आधार पर माना जाता था कि 2600 ईसा पूर्व हड़प्पा और...
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