पुनर्जन्म की मान्यता से जुड़े रहस्य...
महाभारत युद्ध के दौरान भगवान कृष्ण अर्जुन से कहते हैं- हे कुंतीनंदन! तेरे और मेरे कई जन्म हो चुके हैं। फर्क ये है कि मुझे मेरे सारे जन्मों की याद है, लेकिन तुझे नहीं। तुझे नहीं याद होने के कारण तेरे...
View Articleभोजन करने संबंधी कुछ जरूरी नियम...
हिन्दू धर्म में भोजन के करते वक्त भोजन के सात्विकता के अलावा अच्छी भावना और अच्छे वातावरण और आसन का बहुत महत्व माना गया है। यदि भोजन के सभी नियमों का पालन किया जाए तो व्यक्ति के जीवन में कभी भी किसी भी...
View Articleचमत्कारिक वीर साधना, जानिए वीरों के नाम...
हिन्दू धार्मिक परंपरा में एक ओर जहां देव, नाग, गंधर्व, अप्सरा, विद्याधर, सिद्ध, यक्ष, यक्षिणी, भैरव, भैरवी आदि सकारात्मक शक्तियों की बात की गई है तो वहीं दैत्य, दानव, राक्षस, पिशाच, पिशाचिनी, गुह्मक,...
View Articleसफलता के लिए जानिए श्रीकृष्ण के ये 11 सूत्र
भगवान कृष्ण ने गीता के माध्यम से संसार को जो शिक्षा दी, वह अनुपम है। वेदों का सार है उपनिषद और उपनिषदों का सार है ब्रह्मसूत्र और ब्रह्मसूत्र का सार है गीता। सार का अर्थ है निचोड़ या रस।
View Articleश्राद्ध पक्ष के 10 रहस्य जानकर रह जाएंगे आप हैरान...
अर्थात : पितरों में अर्यमा श्रेष्ठ है। अर्यमा पितरों के देव हैं। अर्यमा को प्रणाम। हे पिता, पितामह और प्रपितामह तथा हे माता, मातामह और प्रमातामह, आपको भी बारम्बार प्रणाम। आप हमें मृत्यु से अमृत की ओर...
View Articleहिन्दू विरोधी था टीपू सुल्तान, क्या है हकीकत...
मैसूर के शेर कहलाने वाले टीपू सुल्तान की ऐतिहासिक भूमिका को लेकर दो तरह की बातें कही जाती हैं, लेकिन फिलहाल टीपू पर बनने वाली एक फिल्म को लेकर विरोध शुरू हो गया है। ऐसी संभावना है कि इस फिल्म में टीपू...
View Articleये 10 दैवीय वस्तुएं आज भी कहीं हैं, जानिए रहस्य...
भारत देश को योग, ध्यान, अध्यात्म, रहस्य और चमत्कारों का देश माना जाता है। वेद, पुराण, रामायण और महाभारत में ऐसी हजारों घटनाक्रम और वस्तुओं के बारे में वर्णन मिलता है जिन पर आधुनिक युग में शोध जारी है।...
View Articleप्राचीन भारत के 10 दैवीय प्राणी, जानिए...
भगवान श्रीराम और उनके पूर्व का काल प्राणियों की विचित्रताओं और भिन्नताओं का काल था। इस काल में धरती पर विचित्र किस्म के लोग और प्रजातियां रहती थीं, लेकिन प्राकृतिक आपदा या अन्य कारणों से ये प्रजातियां...
View Articleये 16 दैवीय शंख, देंगे धन, विजय और समृद्धि, जानिए
शंख को समुद्रज, कंबु, सुनाद, पावनध्वनि, कंबु, कंबोज, अब्ज, त्रिरेख, जलज, अर्णोभव, महानाद, मुखर, दीर्घनाद, बहुनाद, हरिप्रिय, सुरचर, जलोद्भव, विष्णुप्रिय, धवल, स्त्रीविभूषण, पाञ्चजन्य, अर्णवभव आदि नामों...
View Articleसमुद्र या नदी से उत्पन्न ये 9 चमत्कारिक वस्तुएं...
धरती पर समुद्र का हिस्सा 70 से 75 प्रतिशत है। 25 से 30 प्रतिशत धरती पर अधिकतर हिस्सा नदियों और उनके जंगलों का है। एक ओर जहां नदियों को लगभग खत्म करने की पूरी तैयारी कर ली गई है वहीं अब समुद्र की संपदा...
View Articleज्योतिष और वास्तु की 19 खास बातें...
कई बार लोग ऐसा महसूस करते हैं कि काफी परिश्रम और प्रयत्न के बाद भी धन नहीं मिलता या मनचाही सफलता नहीं मिलती। कभी मेहनत के अनुसार आपको पैसे नहीं मिलते तो कभी मनमाफिक नौकरी नहीं मिलती। व्यापारी हैं तो...
View Articleजीवन में रहती हैं ये चार बाधाएं, जानिए मुक्ति का उपाय
कर्म और भाग्य कभी-कभी इसलिए साथ नहीं दे पाते हैं, क्योंकि राह में किसी और का भी रोड़ा आ जाता है। अधिक परिश्रम करने के बावजूद किसी भी प्रकार का कोई शुभ परिणाम या मनचाहा परिणाम नहीं निकल पाता है।
View Articleभारत के 10 आध्यात्मिक रहस्य, जानिए
ऋषि-मुनियों और अवतारों की भूमि 'भारत' एक रहस्यमय देश है। यदि धर्म कहीं है तो सिर्फ यहीं है। यदि संत कहीं हैं तो सिर्फ यहीं हैं। माना कि आजकल धर्म, अधर्म की राह पर चल पड़ा है। माना कि अब नकली संतों की...
View Articleइन 5 भगवानों का संदेश जानिए...
हिन्दू धर्म में सर्वोच्च सत्ता 'ब्रह्म' को माना गया है। सभी देवी और देवता उस एक सर्वोच्च सत्ता के प्रतिनिधि मात्र हैं। 'भगवान' उसे कहते हैं जिसने मानव रूप में जन्म लेकर चेतना के सर्वोच्च शिखर को छू...
View Articleचमत्कारिक समाधि स्थान, पूर्ण होती जहां मनोकामना
प्राचीन काल से ही भारत में साधु और संतों के प्रति बहुत आदर और सम्मान रहा है। एक ओर जहां भारत में देवी, देवताओं और भगवानों के मंदिर बने तो दूसरी और सिद्ध ऋषि और मुनियों के समाधि स्थल भी बने।
View Articleगाय के बारे में कुछ रोचक तथ्य, जानकर रह जाएंगे हैरान
हिन्दू धर्म में गाय का महत्व इसलिए नहीं रहा कि प्राचीन काल में भारत एक कृषि प्रधान देश था और आज भी है और गाय को अर्थव्यस्था की रीढ़ माना जाता था। भारत जैसे और भी देश है, जो कृषि प्रधान रहे हैं लेकिन...
View Article12 प्राचीन रहस्यमयी विद्याएं, जानिए इनका रहस्य
आपने 64 कलाएं और अष्ट सिद्धि के बारे में सुना होगा। इससे कुछ अलग प्राचीन काल से ही भारत में ऐसी कई विद्याएं प्रचलन में रही जिसे आधुनिक युग में अंधविश्वास या काला जादू मानकर खारिज कर दिया गया, लेकिन अब...
View Articleकिसके पास था कौन-सा दिव्य धनुष, जानिए
विश्व के प्राचीनतम साहित्य संहिता और अरण्य ग्रंथों में इंद्र के वज्र और धनुष-बाण का उल्लेख मिलता है। भारत में धनुष-बाण का सबसे ज्यादा महत्व था इसीलिए विद्या के संबंध में एक उपवेद धनुर्वेद है।...
View Articleलक्ष्मण ने रावण से क्या सीख ली, जानिए
प्रभु श्रीराम के तीर से जब रावण मरणासन्न अवस्था में हो गया, तब श्रीराम ने लक्ष्मण से उसके पास जाकर शिक्षा लेने को कहा। श्रीराम की यह बात सुनकर लक्ष्मण चकित रह गए।
View Articleक्या रावण के दस सिर थे, जानिए इसका रहस्य...
कहते हैं रावण के दस सिर थे। क्या सचमुच यह सही है? कुछ विद्वान मानते हैं कि रावण के दस सिर नहीं थे किंतु वह दस सिर होने का भ्रम पैदा कर देता था इसी कारण लोग उसे दशानन कहते थे। कुछ विद्वानों अनुसार रावण...
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