क्या वेदों में पशुबलि, मांसाहार आदि का विधान है?
वेदों के विषय में सबसे अधिक प्रचलित अगर कोई शंका है तो वह है कि क्या वेदों में पशुबलि, मांसाहार आदि का विधान है? RJD नेता रघुवंश प्रसाद द्वारा दिया गया बयान कि प्राचीन ऋषि-मुनि गौमांस खाते थे, भी इसी...
View Articleये 10 चमत्कारिक और खतरनाक साधनाएं, जानिए...
भारत में बहुत-सी ऐसी साधनाएं है जिनका धर्म से कोई नाता नहीं और कुछ का है। तांत्रिक साधनाओं को नकारात्मक या वाम साधनाओं की श्रेणी में रखा जाता है। गायत्री और योगसम्मत दक्षिणमार्गी साधनाएं होती है वैसे...
View Articleकिस देवता को चढ़ता है कौन-सा प्रसाद, जानिए...
पूजा-पाठ या आरती के बाद तुलसीकृत जलामृत व पंचामृत के बाद बांटे जाने वाले पदार्थ को 'प्रसाद' कहते हैं। पूजा के समय जब कोई खाद्य सामग्री देवी-देवताओं के समक्ष प्रस्तुत की जाती है तो वह सामग्री प्रसाद के...
View Articleप्राचीन भारत की 10 रहस्यमयी किताबें, जानिए..
हिमाचल के निरमंड क्षेत्र से अढ़ाई सौ वर्ष पुरानी 'पारद विज्ञान नामक' पुस्तक मिली है। प्रदेश के निरमंड क्षेत्र से खोजी गई 1052 पन्नों की पुस्तक में क्या रहस्य छिपा है, इसके बारे में राष्ट्रीय पांडुलिपि...
View Articleदेवी-देवताओं के वाहनों का रहस्य जानिए..
ब्रह्म (ईश्वर) है सर्वोच्च। देवी और देवता उसके एक ब्रह्म के प्रतिनिधि हैं। देवी और देवता 33 प्रकार के होते हैं और उक्त 33 प्रकार के देवी-देवताओं के हजारों गण होते हैं जिन्हें देवगण कहा गया है।
View Articleजानें क्या है कामसूत्र और उसकी शिक्षाएं
कामसूत्र के नाम से ही कुछ लोग इसे अश्लील या कामुक साहित्य मानते हैं। परंतु भारतीय संस्कृति में कभी भी ‘काम’ को हेय नहीं समझा गया है। विद्वानों ने काम को ‘दुर्गुण’ या ‘दुर्भाव’ न मानकर इन्हें...
View Articleकामसूत्र से पहले भी थे कामशास्त्र पर ग्रंथ...
भारतीय संस्कृति में काम को हेय की दृष्टि से न देख कर जीवन के अभिन्न अंग के रूप में देखा गया है। काम को ‘दुर्गुण’ या ‘दुर्भाव’ न मानकर इन्हें चतुर्वर्ग अर्थ, काम, मोक्ष, धर्म में स्थान दिया गया है।...
View Articleमहाभारत की ये 10 घटनाएं कहां घटी थी, जानिए..
महाभारत में कई घटना, संबंध और ज्ञान-विज्ञान के रहस्य छिपे हुए हैं। महाभारत का हर पात्र जीवंत है, चाहे वह कौरव, पांडव, कर्ण और कृष्ण हो या धृष्टद्युम्न, शल्य, शिखंडी और कृपाचार्य हो। महाभारत सिर्फ...
View Articleआज किस स्थान पर मिलेंगे हनुमान...
चारों युग में हनुमानजी के ही परताप से जगत में उजियारा है। हनुमान को छोड़कर और किसी देवी-देवता में चित्त धरने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि आज भी हनुमानजी हमारे बीच इस धरती पर सशरीर मौजूद हैं।
View Articleहनुमान चालीसा का पाठ क्यों करते हैं?
मंदिर, दरगाह, बाबा, गुरु, देवी-देवता आदि सभी जगहों पर भटकने के बाद भी कोई शांति और सुख नहीं मिलता और संकटों का जरा भी समाधान नहीं होता है। साथ ही मृत्युतुल्य कष्ट हो रहा हो तो सिर्फ हनुमान की भक्ति ही...
View Articleप्रमुख 12 हिन्दू देवियों का रहस्य जानिए...
यह शब्द 'देवता' सभी धर्मों का आधार है। अंग्रेजी का शब्द डीइटी (deity) इसी देव और दैत्य से बना है। देवताओं को सुर और दैत्यों को असुर कहा गया है। कुछ धर्मों में यह सुर और असुर प्रचलन में रहा। हिन्दू धर्म...
View Articleजानिए शिवलिंग के अद्भुत रहस्य और प्रकार...
भगवान शिव की पूजा या आराधना एक गोलाकार पत्थर के रूप में की जाती है जिसे पूजा स्थल के गर्भगृह में रखा जाता है। सिर्फ भारत और श्रीलंका में ही नहीं, भारत के बाहर विश्व के अनेक देशों में शिव की पूजा की...
View Articleपुराणों का एक रहस्यमयी प्राणी मकर
एक होता है मगर जो वर्तमान में पाया जाता है जिसे सरीसृप गण क्रोकोडिलिया का सदस्य माना गया है। यह उभयचर प्राणी दिखने में छिपकली जैसा लगता है और मांसभक्षी होता है, जबकि एक होता है समुद्री मकर जिसे समुद्र...
View Articleहवा के होते हैं सात प्रकार, जानिए उनका रहस्य..
अभी तक विज्ञान जिसे जान रहा है और जिसे नहीं जानता है वेदों और पुराणों में उसके बारे में विस्तार से मिलता है। हिन्दू धर्म में प्रकृति के हर रहस्य का खुलासा किया गया है। प्रकृति के इन प्रत्येक तत्वों का...
View Articleकौन हैं शनिदेव, जानिए उनका रहस्य....
शनि ग्रह का भगवान शनिदेव से क्या संबंध है यह जानना जरूरी है। पहली बात तो यह जानना भी जरूरी है कि शनिग्रह और शनिदेव दो अलग-अलग है। शनिग्रह को शनिदेव नहीं कहते हैं। शनि ग्रह के अधिपति देव भगवान भैरव हैं।
View Articleholy trinity : प्रत्येक धर्म में मिलेंगे त्रिदेव?
अक्सर हिन्दू धर्म पर यह आरोप लगाया जाता रहा है कि यह बहुदेववादी धर्म है, लेकिन यह सरासर गलत है। हिन्दू धर्म में सर्वोच्च शक्ति 'ब्रह्म' को माना गया है, लेकिन हिन्दू देवताओं के अस्तित्व को भी मानते हैं।...
View Articleदस दिशाओं के 10 दिग्पाल, जानिए कौन हैं...
दिशाएं 10 होती हैं जिनके नाम और क्रम इस प्रकार हैं- उर्ध्व, ईशान, पूर्व, आग्नेय, दक्षिण, नैऋत्य, पश्चिम, वायव्य, उत्तर और अधो। एक मध्य दिशा भी होती है। इस तरह कुल मिलाकर 11 दिशाएं हुईं।
View Article24 घंटे के आठ प्रहर को जानिए
हिन्दू धर्म में समय की बहुत ही वृहत्तर धारणा है। आमतौर पर वर्तमान में सेकंड, मिनट, घंटे, दिन-रात, माह, वर्ष, दशक और शताब्दी तक की ही प्रचलित धारणा है, लेकिन हिन्दू धर्म में एक अणु, तृसरेणु, त्रुटि,...
View Articleहिंदू प्रार्थना पद्धति को जानिए...
हिन्दू प्रार्थना को संध्या वंदन कहते हैं। बहुत से लोग नवधा भक्ति अर्थात श्रवण, कीर्तन, स्मरण, पादसेवन, अर्चना, वंदना, मित्र, दाम्य, आत्मनिवेदन की बात करते हैं, लेकिन यह प्रार्थना का एक तरीका हो सकता है...
View Articleहिन्दू धर्म और उसमें समाहित उसके समाज
हिन्दू धर्म हजारों समाज, मत और विचाधाराओं का एक संगठित रूप है, जिसमें कई तरह की अंतरधाराएं मौजूद है जो एक दूसरे की विरोधी होने के बावजूद एक है। उसके एक होने का कारण उसकी प्राचीन वैदिक परंपरा और पांच...
View Article