New year 2021 : सेहत के लिए नए वर्ष में लगाएं घर के आसपास ये पौधे
बहुत से लोग अपने घर के आसपास या गमलों में शो प्लांट लगाते हैं परंतु इनमें से कुछ के लाभ मिलते हैं और कुछ से तो नुकसान ही होता है। अत: ऐसे में आप सिर्फ वहीं पौधे लगाएं जिससे आपको भरपूर लाभ मिलता है और...
View Articleशुक्र नीति के अनुसार इन 4 लोगों से दूरी बनाकर रखें वर्ना पछताएंगे
भारत में कई नीतिकार हुए हैं, जिन्होंने भारत के धर्म और राज्य को एक दिशा दी है। उन्हीं नीतिकारों में से एक प्रसिद्ध नीतिकार हैं शुक्राचार्य। ऋषि भृगु के पुत्र और दैत्यों के गुरु शुक्राचार्य की शुक्र...
View Articleभगवान श्रीकृष्ण को ऋषिकेश क्यों कहा जाता है?
भगवान श्रीकृष्ण को विष्णु का पूर्णावतार कहा गया है। द्वापर युग में जन्मे वे विष्णु के दसावतारों के क्रम में आठवें अवतार और 24 अवतारों के क्रम में संभवत: वे 22वें अवतार थे। भगवान श्रीकृष्ण के सैंकड़ों...
View ArticleRukmini Ashtami 2021 : रुक्मिणी कौन थीं, जानिए 10 बातें
भगवान श्रीकृष्ण की आठ पत्नियां थीं। यथा- रुक्मणि, जाम्बवन्ती, सत्यभामा, कालिन्दी, मित्रबिन्दा, सत्या, भद्रा और लक्ष्मणा। इनमें से रुक्मिणी पहली पत्नि थीं। आओ जानते हैं रुक्मिणी के संबंध में 10 खास बातें।
View Articleपक्षी दिवस पर जानिए 10 पौराणिक पक्षियों की रोचक बातें
भारत में पक्षियों को पितरों का प्रतिनिधि माना जाता है। पक्षियों में हंस को सर्वोच्चता प्राप्त है। इसके बाद गरुढ़ और इसके बाद कौवे का नंबर आता है। आओ जानते हैं कि पौराणिक काल के पक्षियों की रोचक बातें।
View Articleक्या मृत्यु के बाद पुनर्जन्म मिलता है, जानिए 10 रहस्य
जो जन्मा है वह मरेगा ही चाहे वह मनुष्य हो, देव हो, पशु या पक्षी सभी को मरना है। ग्रह और नक्षत्रों की भी आयु निर्धारित है और हमारे इस सूर्य की भी। पुनर्जन्म की धारणा सिर्फ भारत के धर्मों में ही पाई...
View Articleयक्ष ने मार दिए थे 4 पांडव, जानिए यक्ष की 'जादू की शक्ति'
जब पाण्डव दूसरे वनवास के समय वन-वन भटक रहे थे तब एक यक्ष से उनकी भेंट हुई जिसने युधिष्ठिर से विख्यात 'यक्ष प्रश्न' किए थे। पांडवजन अपने तेरह-वर्षीय वनवास के दौरान वनों में विचरण कर रहे थे। तब उन्होंने...
View ArticleMotivational goals : सिर्फ 5 बातें चाणक्य से सीख लीं तो दुनिया की कोई ताकत...
आचार्य चाणक्य को ही कौटिल्य, विष्णु गुप्त और वात्सायन कहते हैं। उनके पिता का नाम चणक था। चणक का पुत्र होने के कारण उन्हें चाणक्य कहा गया। उनका जीवन बहुत ही कठिन और रहस्यों से भरा हुआ है। उन्होंने ही...
View Articleपंचांग को पढ़ने से मिलते हैं ये 5 लाभ
प्राचीनकाल में वेदों का अध्ययन होता था। उसमें भी शिक्षा, छंद, व्याकरण, निरुक्त, ज्योतिष और कल्प। ये छह वेदांग होते हैं और जिसकी जिसमें रुचि होती थी वह उसका पठन करता था। इसमें भी ज्योतिष को वेदों का...
View Articleनर्मदा पंचकोशी यात्रा : क्या है यात्रा के नियम और कहां से प्रारंभ होती है...
नर्मदा नदी मध्य प्रदेश और गुजरात की जीवन रेखा है, परंतु इसका अधिकतर भाग मध्यप्रदेश में ही बहता है। मध्यप्रदेश के तीर्थ स्थल अमरकंटक से इसका उद्गम होता है और नेमावर नगर में इसका नाभि स्थल है। फिर...
View Articleश्रीकृष्ण की नगरी मथुरा शहर का प्राचीन इतिहास
मथुरा उत्तर प्रदेश जिले में यमुना नदी के तट पर बसा एक सुंदर शहर है। यमुना नदी के पश्चिमी तट पर बसा विश्व के प्राचीन शहरों में से एक मथुरा प्राचीन भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता का केंद्र रहा है। इस शहर का...
View Articleभगवान शनिदेव के बारे में 10 रहस्य, जानकर चौंक जाएंगे
अधिकतर लोग शनि भगवना से डरते हैं इसी कारण वे उनके मंदिर में उनकी आराधना करने जाते हैं। कई लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने शनिदेव और हनुमानजी दोनों की ही आराधना करते हैं। भगवान शनिदेव के बारे में वैसे तो सभी...
View Articleअसुर और राक्षसों के प्रिय भगवान शिव
भगवान शिव अर्थात सती वा पार्वती के पति शंकर जिन्हें महादेव, भोलेनाथ, आदिनाथ आदि कहा जाता है वे सभी धर्मों में पूज्जनीय है। शिव की वेशभूषा ऐसी है कि प्रत्येक धर्म के लोग उनमें अपने प्रतीक ढूंढ सकते हैं।...
View Articleक्या सच में ही प्रभु श्रीराम की उम्र 11000 वर्ष की थी?
शोध कुछ और कहते हैं और ग्रंथ कुछ और। हम क्या मानें? वाल्मीकि रामायण में उल्लेख मिलता है कि श्रीराम ने 11000 वर्ष तक अयोध्या में राज किया था। परंतु क्या बताई गई उम्र सही है या कि कालांतर में वाल्मीकि...
View ArticleMotivation Tips : सपना देखने की 10 हकीकत जानेंगे तो पूरा होगा सपना
सपना देखना बहुत जरूरी है। भगवान शंकर कहते हैं कि कल्पना ज्ञान से बड़ी है। अपने अच्छे भविष्य की कल्पना करना भी सपना देखना ही तो होता है। भगवान बुद्ध कहते हैं कि आप आज जो हैं आपकी सोच का ही परिणाम है।...
View Articleऐसा क्या था, जो महर्षि महेश योगी की ओर सारी दुनिया खिंची चली गई?
एक जमान था जब भावातीत ध्यान की बहुत धूम थी। भावातीत ध्यान को लेकर पहले लोग इस तरह से जुनूनी हो चले थे कि वे समझते थे कि हमने बहुत बड़ी विद्या प्राप्त कर ली। ऐसी भी अफवाहें थी कि इस ध्यान के माध्यम से...
View Articleमहाभारत के बाद यादवों की लड़ाई में बचा एक मात्र यदुवंशी व्रजनाभ, उसी ने रचा...
गांधारी के शाप के चलते भगवान श्री कृष्ण के कुल का नाश हो गया था। ऐसा भी कहा जाता है कि जब विश्वामित्र, असित, दुर्वासा, कश्यप, वशिष्ठ और नारद आदि बड़े-बड़े ऋषि द्वारका के पास पिंडारक क्षेत्र में...
View Articleमहाभारत में राजा दुष्यंत और शकुंतला की प्रेम कथा जानकर चौंक जाएंगे
यह प्रसिद्ध कथा महाभारत में मिलती है। पुरुवंश के राजा दुष्यंत और शकुंतला के पुत्र भरत की गणना 'महाभारत' में वर्णित 16 सर्वश्रेष्ठ राजाओं में होती है। कालिदास कृत महान संस्कृत ग्रंथ 'अभिज्ञान शाकुंतलम'...
View Articleएकलव्य के संबंध में 10 रहस्यमयी बातें
एकलव्य के संबंध में बहुत भ्रम फैला हुआ है। एकलव्य एक राजपुत्र थे, भील थे, आदिवासी थे, निषाद थे या कि और कोई? क्या सच में ही गुरु द्रोणाचार्य ने इसलिए उन्हें शिक्षा नहीं दी क्योंकि वे एक भील थे? इसको...
View Articleश्रीमद्भागवत, महाभारत और पुराणों के अनुसार प्रलय कैसी होगी?
वेद, पुराण, महाभारत और श्रीमद्भागवत आदि सभी के अनुसार प्रलय की धारणा थोड़ी बहुत भिन्न है परंतु प्रलय के चार प्रकार बताए गए है- नित्य, नैमित्तिक, द्विपार्थ और प्राकृत। प्राकृत ही महाप्रलय है, जो कल्प के...
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