अंग्रेजी माह के अनुसार हिन्दू महीनों के नाम
हिन्दू मास ( hindu masa ) को समझना थोड़ा कठिन है- मूलत: चंद्र मास को देखकर ही तीज-त्योहार मनाए जाते हैं। सबसे ज्यादा यही प्रचलित है। इसके अलाव नक्षत्र मास, सौर मास और अधिमास भी होते हैं। भारतीय पंचाग...
View Articleभाई दूज के दिन होती है भगवान चित्रगुप्त की पूजा, यमराज नहीं, असल में वही हैं...
भाईदूज के दिन श्री चित्रगुप्त की पूजा करते हैं। इस दिन पर कलम-दवात की करते हैं। दीपावली के पांच दिनी उत्सव में यम के निमित्त दीपदान किया जाता है परंतु इन पांच दिनों में सबसे ज्यादा महत्व भगवान...
View Articleक्या होता है देव दोष, जानिए 5 कारण और बच लें इस खतरे से
ज्योतिष की एक मान्यता अनुसार प्रथम भाव से खानदानी दोष देह पीड़ा, द्वितीय भाव आकाश देवी, तृतीय भाव अग्नि दोष, चतुर्थ भाव प्रेत दोष, पंचम भाव देवी-देवताओं का दोष, छठा भाव ग्रह दोष, सातवां भाव लक्ष्मी दोष,...
View Articleस्वस्तिक के 11 चमत्कारिक प्रयोग
ऋग्वेद में स्वस्तिक के देवता सवृन्त का उल्लेख है। स्वस्तिक का आविष्कार आर्यों ने किया और पूरे विश्व में यह फैल गया। भारतीय संस्कृति में इसे बहुत ही शुभ कल्याणकारी और मंगलकारी माना गया है। स्वस्तिक...
View Articleसुबह के समय ही क्यों पढ़ें धर्मग्रंथ, जानिए वैज्ञानिक कारण...
प्रत्येक धर्म में धर्मग्रंथों का अत्यधिक महत्व होता है, और पवित्रता एवं सम्मान की दृष्टि से इन्हें पढ़ने के लिए समय और तरीका भी उतना ही महत्व रखता है। लेकिन धर्मग्रंथों को पढ़ने के लिए सुबह और शाम का...
View Articleहिन्दू धर्म में तुलसी के 6 चमत्कार
तुलसी के विभिन्न प्रकार के पौधे मिलते हैं- जैसे श्रीकृष्ण तुलसी, लक्ष्मी तुलसी, राम तुलसी, भू तुलसी, नील तुलसी, श्वेत तुलसी, रक्त तुलसी, वन तुलसी, ज्ञान तुलसी आदि। आओ जानते हैं कि हिन्दू धर्म में क्या...
View Articleपूजा से पहले नहीं किया यह काम तो लगेगा पाप और पछताएंगे आप
यदि आप प्रतिदिन घर या मंदिर में पूजा या प्रार्थना करते हैं तो आपको कुछ नियम भी पालने चाहिए। नियम है तो धर्म है और धर्म है तो ही जीवन है। अत: नियम से ही कोई कार्य करें तो उचित है। तो आओ जानते हैं कि...
View Articleकोरोना काल में जानिए भोजन के तीन प्रकार, किसे खाने से होता है क्या
कहते हैं कि जैसा खाओगे अन्न वैसा बनेगा मन। जैसे होगा मन वैसे होगा विचार और भाव। जैसा होगा विचार और भाव वैसा ही होगा आपका व्यवहार और भविष्य। इसीलिए हिन्दू धर्म में भोजन के तीन प्रकार बताए गए हैं।...
View Article21 नवंबर सहस्रबाहु जयंती, जानिए कौन थे
सहस्रबाहु अर्जुन ने अपने जीवन में यूं तो बहुतों से युद्ध लड़े लेकिन उनमें दो लोग खास थे। पहले रावण और दूसरे परशुराम। रावण से जीत गए और परशुराम से हार गए।
View Articleझांसी की रानी लक्ष्मीबाई की जयंती, जानिए 10 खास बातें
19 नवंबर 2020 को झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की जयंती है। वह 1857 के प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की वीरांगना थीं। उन्होंने कभी भी विदेशी आक्रांताओं और शासकों की दासता स्वीकार नहीं की और अपनी मातृभूमि...
View Articleछठ पर्व की पूजा के 4 दिन के 4 कार्य, जानिए
छठ पूजा व व्रत का प्रारंभ हिन्दू माह कार्तिक माह के शुक्ल की चतुर्थी तिथि से होता है और षष्ठी तिथि को कठिन व्रत रखा जाता है तथा दूसरे दिन सप्तमी को इसका पारण होता है। दरअसल, छठ पूजा 4 दिनों तक चलने...
View Articleमांगलिक कार्यों में पंच देव की पूजा का महत्व
हिन्दू धर्म के प्रत्येक मांगलिक कार्य या पूजा आदि में पंच देव की पूजा का विधान है। इनके बगैर पूजा अधूरी मानी जाती है। इन पंचदेवों की पूजा से ही सभी कार्य निर्विघ्न संपन्न होते हैं। आओ जानते हैं कि कौन...
View Articleमहाभारत में पराशर ऋषि के पिता को जब खा गया एक राक्षस, पढ़िये पौराणिक कथा
ऋग्वेद के मंत्रदृष्टा और गायत्री मंत्र के महान साधक सप्त ऋषियों में से एक महर्षि वशिष्ठ के पौत्र महान वेदज्ञ, ज्योतिषाचार्य, स्मृतिकार एवं ब्रह्मज्ञानी ऋषि पराशर के पिता का नाम शक्तिमुनि और माता का नाम...
View Articleआपने ये 10 नियम अपना लिए तो शर्तिया आपको कभी गंभीर रोग नहीं होगा
यदि निम्नलिखित 10 नियम आपने अपना लिए तो निश्चित ही शर्तिया आपको कभी भी कोई गंभीर रोग नहीं होगा और आप जीवनभर निरोगी बने रहेंगे, परंतु उससे पूर्व आपको 3 शर्तों का पालन करना होगा। जैसे कुछ पाने के लिए...
View Articleहनुमानजी से सीखें मैनेजमेंट के 10 गुण
अंजनीपुत्र हनुमानजी एक कुशल प्रबंधन थे। ज्ञान, बुद्धि, विद्या और बल के साथ ही उनमें विनम्रता भी अपार थी। सही समय पर सही कार्य करना और कार्य को अंजाम तक पहुंचाने का उनमें चमत्कारिक गुण था। आओ जानते हैं...
View Articleश्रीकृष्ण की ये 10 नीतियां, अंतरराष्ट्रीय राजनीति में कितनी कारगर?
श्रीकृष्ण ने संपूर्ण जगत के हित के लिए गोकुल, वृंदावन को ही नहीं छोड़ा बल्कि उन्होंने अपनी सबसे प्रिय बांसुरी और उससे भी प्रिय राधा को भी छोड़ दिया, क्योंकि उन्हें अधर्म के साम्राज्य को ध्वस्त करना...
View Articleजिस वन में बिताया था श्रीराम ने वनवास, जानिए कैसा था वह
चित्रकूट से निकलकर श्रीराम घने वन में पहुंच गए। असल में यहीं था उनका वनवास। इस वन को उस काल में दंडकारण्य कहा जाता था। इस वन में उन्होंने अपने जीवन के लगभग 12 वर्ष से अधिक का समय बिताया था। मध्यप्रदेश,...
View Articleमहाभारत काल में हनुमानजी ने दिखाए थे ये 5 पराक्रम
महाभारत काल अर्थात द्वापर युग में हनुमानजी की उपस्थित और उनके पराक्रम का वर्णन मिलता है। आओ जानते हैं उन्हीं में से पांच प्रमुख पराक्रम के बारे में संक्षिप्त में।
View Articleआयुर्वेद के 5 खास चिकित्सक और जानिए कैसे होती है चिकित्सा
आयुर्वेद मानव जाति के लिए ज्ञात सबसे आरंभिक चिकित्सा शाखा है। प्राकृतिक चिकित्सा इसका एक अंग मात्र है। आयुर्वेद का जन्म भारत में हुआ। इसके सूत्र हमें ऋग्वेद और अथर्ववेद में मिलते हैं। आयुर्वेद के जनक...
View Articleॐ या ओम, जानिए इस ध्वनि की चमत्कारिक क्षमता के 10 रहस्य
हिन्दू धर्म ग्रंथों में ॐ या ओम को ही एक मात्र मंत्र माना गया है। प्रत्येक मंत्रों के आगे इस मंत्र का प्रयोग होता है। तंत्र योग में एकाक्षर मंत्रों का भी विशेष महत्व है। देवनागरी लिपि के प्रत्येक शब्द...
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